Tuesday, 20 February 2024

जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय कक्षा 10th & 12th | Jaishankar Prasad ka Jivan Parichay

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Jaishankar prasad ka jivan parichay- आज हम इस पोस्ट में हिंदी के महान लेखक जयशंकर प्रसाद के बारे में। जयशंकर प्रसाद जी का जन्म कब हुआ?जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित प्रथम कहानी का नाम क्या है?जयशंकर प्रसाद का जन्म कहाँ हुआ था

इसके अलावा जयशंकर प्रसाद जी के जीवन परिचय  सम्बंधित अन्य जानकारियों के बारे में भी बात करने वाले है।

jaishankar prasad ki jivani
अगर आप एक छात्र है और जयशंकर प्रसाद जी को नहीं जानते ऐसा हो नहीं सकता है। जयशंकर प्रसाद जी ने बहुत से नाटक, कहानी-संग्रह, उपन्यास और निबंध जैसे बहुत ही रचनाएँ की है। इनकी रचनाओं को हम शुरू से पढ़ते आ रहे है।

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अक्सर जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय कक्षा 10 और कक्षा 12 के परीक्षाओं में पूछा जाता है। इसी बात को ज्ञान में रखकर हमने Jaishankar prasad ka jiavan parichay को इस पोस्ट के माध्यम से बताने का प्रयास किया है। मुझे आशा है कि आपको यह पोस्ट जरूर पसंद आएगा। 

jaishankar prasad ka jivan parichay class 10th & 12th

जयशंकर प्रसाद  जन्म उत्तर प्रदेश में काशी के एक प्रतिष्ठित वैश्य परिवार में 30 जनवरी, 1889 ई0 में हुआ था। इनके पिता का नाम श्री देवीप्रसाद साहू 'सुँधनी साहू' था। तथा उनकी माता का नाम मुन्नी देवी था। 

जयशंकर जी दानशीलता और उदारता के कारण उनके यहाँ विद्वानों और कलाकारों का आना जाना लगा रहता है। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा घर पर ही हुआ था। संस्कृत, फ़ारसी, उर्दू और हिंदी  शिक्षा इन्होंने अपने घर से ही प्राप्त किया था

जयशंकर प्रसाद जी का दाखिला पास के ही क्वीन्स कॉलेज में कराया गया था। लेकिन वे वहा पर 8वी तक ही पढ़ाई कर पाए थे। जब ये 12 साल के थे तभी इनके पिताजी का देहांत हो गया था। इनका अधिकांश जीवन काशी में ही व्यतीत हुआ।इन्होंने इंदु पत्रिका का सम्पादन भी किया था। 

अपने जीवनकाल में  इन्होंने तीन-चार यात्राएं भी की, जिसका उल्लेख इनकी रचनाओं में भी मिलता है। जयशंकर प्रसाद जी का देहांत यक्ष्मा (टीबी) नामक बीमारी से ग्रसित होने के कारण 15 नवम्बर, 1937 ई0 को हो गया था। 

जयशंकर जी को "कामायनी" के लिए मंगलाप्रसाद पारितोषिक पुरस्कार से भी नवाजा गया। प्रसाद जी की भाषा संस्कृतनिष्ठ होती थी।

जयशंकर प्रसाद का संक्षिप्त जीवन परिचय 

याद करने योग्य संक्षिप्त परिचय
जन्म 1889 ई०
जन्म-स्थान काशी
पिता देवीप्रसाद
मृत्यु 1937 ई०
युग छायावादी युग के लेखक

जयशंकर प्रसाद जी की प्रमुख रचनाएँ।  (jaishankar ji ki rachanaye)

जयशंकर प्रसाद जी की रचनाएँ बहुत ही प्रतिभावादी और अपने इतिहास और संस्कृति से जुड़े होते थे। जयशंकर प्रसाद जी ने अपने रचनाओं में नाटक, कहानी-संग्रह, उपन्यास, निबंध-संग्रह, तथा काव्य शामिल थे। 

इस लेख में प्रसाद जी के सभी रचनाओं के का संग्रह किया गया है। लेकिन  नीचे हमने जयशंकर प्रसाद जी के प्रसिद्ध रचनाओं के विषय में चर्चा किये है। जो अधिकतर जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय कक्षा 10 और कक्षा 12 में लिखा जाता है। अगर आप इनके सभी रचनाओं के बारे में पूरा जानना चाहते है तो पोस्ट तो पूरा पढ़ सकते है। 

नाटक-

प्रसाद जी के नाटक रचनाओं में स्कन्दगुप्त, अजातशत्रु, चन्द्रगुप्त, विशाख, ध्रुवस्वामिनी, कामना, राज्यश्री,जनमेजय का नागराज, करुणालय, एक घूँट आदि प्रसिद्ध है। 

जयशंकर जी के नाटकों  भारतीय और पाश्चात्य कला सुन्दर वर्णन किया गया है। इन्होंने नाटक भारतीय अतीत की सुंदरता को प्रस्तुत किया है। जयशंकर जी के नाटक में राष्ट्र गौरवमय इतिहास का सुन्दर और सजीव वर्णन किया गया है। 

कहानी-संग्रह 

छाया, प्रतिध्वनि, आकाशदीप, इंद्रजाल जयशंकर प्रसाद जी का प्रसिद्ध कहानी-संग्रह में से है। इनकी आकाशदीप और पुरस्कार कहानियाँ बहुत प्रसिद्ध है। इनकी कहानियों में मानव मूल्यों और भावनाओ का काव्यमय और अलंकृत किया गया है। 

उपन्यास 

कंकाल, तितली और इरावती (अपूर्ण) प्रसाद जी ने अपने उपन्यासों में जीवन की वास्तविकता का चित्रण कर आदर्श की ओर उन्मुख किया है। 

निबंध-संग्रह 

जयशंकर प्रसाद जी ने अपने जीवन में बहुत से निबंध की रचना की है। उनमे से काव्यकला तथा अन्य निंबंध बहुत ही प्रसिद्ध है। 

काव्य 

कामायनी (महाकाव्य), आसूं, झरना, लहर, आदि प्रसिद्ध काव्य है। कामायनी श्रेष्ठ छायावाद महाकाव्य है। 

जयशंकर प्रसाद का साहित्यिक परिचय

जयशंकर प्रसाद बचपन से ही हिंदी-साहित्य की तरफ आकर्षित रहते थे। उनका रुझान हिंदी साहित्य में इतना था कि लगभग 9 वर्ष की आयु में ही एक सवैया की रचना कर दिया था। यहाँ देखकर उनके गुरु "रसमय सिद्ध" जी बहुत प्रसन्न हुए। 

वह बचपन से ही काव्य रचना करने में प्रतिभावान थे इसलिए उनके परिवार वाले उन्हें हिंदी साहित्य के क्षेत्र में प्रोत्साहित किया। जिसके बाद वो पूरी लगन से हिंदी-साहित्य में अपना पूरा योगदान दिया। 

जयशंकर प्रसाद की प्रमुख रचनाएं कौन कौन सी है?

दोस्तों आपने देखा की jaishankar prasad ka jivan parichay में बहुत से रचना संग्रह का वर्णन किया गया है। लेकिन हमने जयशंकर प्रसाद की प्रमुख रचनाएं को ही सम्मलित किया हुआ है। ताकि आपको जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय याद करने में आसानी हो। 

लेकिन नीचे इनके सभी रचनाओं को list भी दिया गया है। अगर आपको आवश्यकता पड़ती है तो आप इन्हे भी देख सकते है। 

जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित कहानी कौन कौन सी है। 

जयशंकर जी द्वारा रचित कहानियाँ निम्नलिखित है। 

  • सिकंदर की शपथ
  • अमिट स्मृति
  • रसिया बालम
  • इंद्रजाल
  • गुलाम
  • आकाशदीप
  • गुंडा
  • स्वर्ग के खंडहर में
  • पंचायत
  • जहांआरा
  • मधुआ
  • उर्वशी
  • ग्राम
  • भीख में
  • चित्र मंदिर
  • ब्रह्मर्षि
  • पुरस्कार
  • रमला
  • छोटा जादूगर
  • बभ्रुवाहन
  • विराम चिन्ह
  • देवदासी
  • बिसाती
  • प्रणय-चिह्न
  • नीरा
  • शरणागत
  • चंदा
  • सालवती

जयशंकर प्रसाद जी द्वारा रचित कविताएँ 

जयशंकर जी द्वारा रचित कविताएँ निम्नलिखित है। 

  • अरे कहीं देखा है तुमने
  • काली आँखों का अंधकार
  • चिर तृषित कंठ से तृप्त-विधुर
  • जगती की मंगलमयी उषा बन
  • निधरक तूने ठुकराया तब
  • अरे!आ गई है भूली-सी
  • शशि-सी वह सुन्दर रूप विभा
  • ओ री मानस की गहराई
  • मेरी आँखों की पुतली में
  • कितने दिन जीवन जल-निधि में
  • अपलक जगती हो एक रात
  • वसुधा के अंचल पर
  • जग की सजल कालिमा रजनी
  • पेशोला की प्रतिध्वनि
  • शेरसिंह का शस्त्र समर्पण
  • अंतरिक्ष में अभी सो रही है
  • मधुर माधवी संध्या में
  • उस दिन जब जीवन के पथ में
  • हे सागर संगम अरुण नील
  • ओ री मानस की गहराई
  • मेरी आँखों की पुतली में
  • अब जागो जीवन के प्रभात
  • तुम्हारी आँखों का बचपन
  • आह रे,वह अधीर यौवन
  • आँखों से अलख जगाने को
  • उस दिन जब जीवन के पथ में
  • हे सागर संगम अरुण नील
  • कोमल कुसुमों की मधुर रात

जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित नाटक कौन कौन से है। 

जयशंकर जी द्वारा रचित नाटक निम्नलिखित है। 

  • स्कंदगुप्त
  • कामना
  • एक घूंट
  • चंद्रगुप्त
  • यज्ञ
  • राज्यश्री
  • ध्रुवस्वामिनी
  • जन्मेजय का नाग

Jaishankar prasad ka jivan parichay सम्बंधित परीक्षा में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ?

Q.1- कवि जयशंकर प्रसाद ने अपने मन को कौन सा रोग दिया है?
Ans-  जयशंकर प्रसाद जी के शरीर में यक्ष्मा रोग से पीड़ित से जिसके कारण 15 नवम्बर, 1937 ई0 उनका देहांत हो गया था। 
  
Q.2-प्रसाद जी द्वारा रचित अधूरा उपन्यास कौन सा था?
Ans-जयशंकर प्रसाद जी का अधूरा उपन्यास "इरावती" था। जो इनकी मृत्यु के बाद 1940 ई0 प्रकाशित हुआ था। 

Q.3-जयशंकर प्रसाद की प्रमुख रचनाएं कौन कौन सी है?
Ans-जयशंकर प्रसाद जी ने अपने जीवन काल में बहुत सी रचनाएँ की जिनमें से  कामायनी,झरना ,एक घूंट ,विशाख ,अजातशत्रु ,आकाशदीप ,आंधी ,ध्रुव स्वामिनी,ब्रजभाषा ,खड़ी बोली ,चित्रधारा ,कामायनी ,आंसू ,लहर, तितली ,और कंकाल। विषय कविता ,उपन्यास ,नाटक ,और निबंध, भाषा हिंदी ,ब्रजभाषा ,खड़ी बोली आदि बहुत प्रसिद्ध है। 

Q.4-जयशंकर प्रसाद के पिता का नाम क्या था?
Ans- जयशंकर जी के  नाम श्री देवीप्रसाद साहू 'सुँधनी साहू' और माता का नाम 'मुन्नी देवी' था। 

Q.5-जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित प्रथम कहानी का नाम क्या है?
Ans- जयशंकर प्रसाद जी द्वारा रचित पहली कहानी 'ग्राम' था। 

Q.6-देवसेना का गीत जयशंकर प्रसाद के कौन से ऐतिहासिक नाटक से उद्धृत है?
Ans-देवसेना का गीत प्रसाद जी के नाटक स्कंदगुप्त से उद्धृत है।

Q.7-जय शंकर प्रसाद का जन्म कहाँ हुआ?
Ans- जयशंकर प्रसाद जी का जन्म वाराणसी में हुआ था। 

Q.8-स्कंदगुप्त किसका नाटक है?
Ans- स्कंदगुप्त जयशंकर प्रसाद जी का नाटक है। 

Q.9-प्रसाद की कौन सी रचना हिंदी का मेघदूत कहलाती है?
Ans- 'आंसू'  की रचना हिंदी का मेघदूत कहलाती है। 
 
Q.10-जयशंकर प्रसाद का पहला नाटक कौन सा है?
Ans- 'राजश्री' जयशंकर प्रसाद जी का प्रथम ऐतिहासिक नाटक है। 

आपने क्या सीखा ?
दोस्तों आपने इस पोस्ट में jaishankar prasad ka jivan parichay  के बारे में पढ़ा है। जिसमे आपने जयशंकर प्रसाद जी की जन्म-मृत्यु और साहित्यक जीवन परिचय के बारे में पढ़ा है। मुझे आशा है कि आपको जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय काफी पसंद आया होगा। 

यहाँ jaishankar prasad ka jivan parichay class 10 और class 12 के परीक्षा के अनुकूल लिखा गया है। जिसे आप परीक्षा में भी भली-भाँति लिख सकते। है और हमने जयशंकर प्रसाद के जीवनी के आधार पर कुछ प्रश्न-उत्तर को भी सम्मलित किया है। अगर आपको जानकारी पसंद आती है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें। 
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